सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट: आज के ताजा भाव जानें
सोने और चांदी की कीमतों में हो रही लगातार गिरावट के बीच, जानें आज के ताजा भाव और सोने-चांदी की खरीदारी पर अपडेट।
सोना और चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट, अब सस्ते दाम पर खरीदारी का शानदार मौका
नई दिल्ली: सोने और चांदी की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है, और यह गिरावट अब भी जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में कमी और भारतीय बाजार में सोने के दाम घटने के कारण आज सोना और चांदी सस्ते दाम पर उपलब्ध हैं। अगर आप सोने-चांदी की खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो आज आपके पास एक बेहतरीन मौका है।
देश में सोने-चांदी के ताजा भाव
भारत में 3 सितंबर 2024 को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान में 24 कैरेट सोने का रेट 71,720 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने का रेट 65,743 रुपये प्रति 10 ग्राम है। पिछले एक हफ्ते में 24 कैरेट सोने की कीमत में 0.16 फीसदी की कमी आई है, और पिछले दस दिनों में सोने की कीमतों में 0.08 फीसदी की वृद्धि देखी गई है। चांदी की कीमत फिलहाल 842.5 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों की स्थिति
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें गिर गई हैं क्योंकि अमेरिकी डॉलर अपने दो सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर की मजबूती सोने के लिए नकारात्मक है, क्योंकि इससे अन्य मुद्राओं के मुकाबले सोना कम आकर्षक हो जाता है। निवेशक इस सप्ताह अमेरिकी मैक्रो डेटा की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसमें ISM सर्वे, JOLTS जॉब ओपनिंग, ADP रिपोर्ट और अगस्त का नॉन-फार्म पेरोल रिपोर्ट शामिल हैं। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होगा कि अमेरिका का फेडरल रिजर्व इस महीने ब्याज दरों में कितनी कटौती करेगा। ब्याज दरों में कटौती सोने की कीमतों को बढ़ावा देती है।
डॉलर और सोने की कीमतों का संबंध
जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो बचत खाते, बॉंड्स आदि जैसे ब्याज वाले एसेट्स पर रिटर्न कम हो जाता है, जिससे डॉलर की कीमत भी घट जाती है। चूंकि सोने की कीमतें डॉलर में तय होती हैं, इसलिए जब डॉलर सस्ता होता है, तो सोना भी सस्ता हो जाता है।
भविष्य में सोने की कीमतों की संभावनाएं
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अमेरिकी फेड इस महीने ब्याज दरों में थोड़ा और कटौती करता है, तो सोने की कीमतों में तेजी देखी जा सकती है। यदि अमेरिकी मैक्रो डेटा में अर्थव्यवस्था कमजोर दिखाई देती है और फेड ब्याज दरों में 25 बीपीएस से अधिक कटौती करता है, तो सोने की कीमतों में सुधार हो सकता है।